इंदौर. खाद्य विभाग के अफसरों के साथ क्राइम ब्रांच, नगर निगम और सेल टैक्स की टीम ने नायता मूंडला स्थित मसाले के एक कारखाने पर बुधवार को दबिश दी। दिनभर चली कार्रवाई में 20 से ज्यादा अफसरों ने कारखाने के हरेक कमरे और दस्तावेजों की पड़ताल की। शाम को 12 मसालों के सैंपल लेने के बाद खाद्य विभाग ने कारखाने को सील कर दिया। असल में कारखाने में गंदगी के बीच ऋषभ ब्रांड के मसालों को तैयार किया जा रहा है। कारखाना मालिक उसे प्रदेश के अलग-अलग चार से ज्यादा शहरों में बेच रहा था।गुरुवार को सेल टैक्स की टीम अपनी कार्रवाई करेगी।
मध्यप्रदेश में चल रहे शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के तहत बुधवार को नायता मूंडला में मैसर्स ऋषभ फूड प्रोडक्ट के कारखाने पर छापे की कार्रवाई की गई। मुख्य खाद्य अधिकारी मनीष स्वामी ने बताया कि यहां पर गंदगी के बीच मसाले तैयार किए जाने की शिकायत मिली थी। इस पर जब तीन अन्य विभागाें के डेढ़ दर्जन से ज्यादा अफसरों को साथ लेकर कार्रवाई की तो देखने में आया कि कारखाने में ऊपर की तरफ एक हॉल बना हुआ है। उसमें कारखाना मालिक जिनेश जैन ने एक बोरा लौंग की डंडियां, 3 बोरे अजवाइन का बूरा और 10 बोरे इलायची के छिलके भरकर रखे हुए थे। पूछने पर जैन ने बताया कि उन्हें फेंकने के लिए रखा था। साथ ही यह भी बताया कि कुछ लोग उससे यह माल कम कीमत में खरीदकर ले जाते हैं।
अफसरों को आशंका है कि वह इस माल का उपयोग मसालों को तैयार करने में करता है। इस पर यहां तैयार किए जा रहे मसालों में हल्दी पाउडर, सोयाबीन तेल, दिव्य ज्योति गरम मसाला, काली मिर्च पाउडर, धनिया पाउडर, मिर्च पाउडर, ऋषभ धनिया पाउडर, ऋषभ फरियाली सिंघाड़ा आटा, ऋषभ फरियाली राजगिरा आटा, ऋषभ आचार मसाला, ऋषभ माधुरी आचार मसाला, माधुरी आमचूर पाउडर के सैंपल लिए गए। कार्रवाई में सुभाष खेडकर, गौतम भाटिया, लखन शास्त्री, राजेश जायसवाल, सुधाकर बनसिंगे और क्राइम ब्रांच के मौजूद थे। उन्होंने बताया कि कारखाने को सील कर दिया गया है और गुरुवार को कारखाने के कागजों से संबंधित दस्तावेजों की जांच सेल टैक्स के अफसर करेंगे।